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बस के पीछे सीढिय़ों व दरवाजों पर लटककर सफर करने को मजबूर बेटियां खोखले साबित हो रहे सरकार के दावे

बस के पीछे सीढिय़ों व दरवाजों पर लटककर सफर करने को मजबूर बेटियां खोखले साबित हो रहे सरकार के दावे। गोरीवाला न्यूज़। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली वर्तमान मौजूदा सरकार के राज में ही बेटियों की दुर्गति देखने को मिली है। हरियाणा में जिस बेटी को बेटों के समान बराबर का दर्जा दिया जाने के लिए तरह-तरह के जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। सरकार में मौजूद नेताओं द्वारा प्रतिदिन कितनी भी घोषणाएं क्यों न की जा रही हो। लेकिन जमीनी स्तर पर यदि देखा जाए तो इन बेटियों को मिलने वाली सुविधाओं में अनदेखी की जा रही है। इसका एक उदाहरण खंड डबवाली में देखने को मिला। दरअसल,सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें कुछ छात्राएं रोडवेज की बस में दरवाजे पर लटक कर सफर करती नजर आ रही हैं।
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प्रियंका,संतोष,मनीषा,सोनिका,सुषमा आदि ने बताया कि परिवहन विभाग की बसों के में भारी कटौती है। ऐलनाबाद रूट पर निजी बसों का प्रचलन है। जिनकी संख्या कम है। जबकि बिज्जूवाली चौराहा से डबवाली,सिरसा,ऐलनाबाद,संगरिया की तरफ शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या मे छात्राएं जाती है। निजी बसों व एक दो सरकारी बसों को छोड़कर कोई बस की सुविधा नही है। जिस मजबूरीवश लड़कियों को भी उसी में सफर करना पड़ता है। जिसमें सवारियों के साथ सफर करना पड़ता है। बता दें कि कॉलेज व निजी संस्थाओं में पढऩे वाले छात्रों की संख्या इन बसों से कई गुना अधिक है। ऐसे में उन्हें कई बार लटक कर ही अपने शिक्षण संस्थान तक सफर तय करना पड़ता है। छात्राओं का कहना है कि बस की समस्या को लेकर कई बार संबंधित विभाग को जानकारी से अवगत करवा दिया गया है। परंतु इस और किसी भी प्रकार का कोई ध्यान रोडवेज विभाग व निजी बस आप्रेटरों द्वारा नहीं दिया जा रहा है। जिससे किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। इसलिए प्रशासन को समय रहते ही इस समस्या का समाधान करना चाहिए।जिससे किसी भी अनहोनी से बचा जा सके। छात्राओं ने कहा कि अगर उनकी समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया तो वह आगामी दिनों में आंदोलन का रास्ता अख्तियार करने के लिए मजबूर होंगी। फोटो कैप्शन- निजी बस के पीछे लटकी छात्राएं।