गोरीवाला अनिल (9813155820)
खंड डबवाली के गांव सुकेरा खेड़ा में पिछले 3 दिन में हुई बरसात से लोगों के घरों में पानी घुस गया। गांव की गलियों में अभी भी 2 से 3 फुट पानी का जल भराव हुआ पड़ा है। ग्रामींण का एक दूसरे से पूरी तरह से संपर्क टूट चुका है। ग्रामीणों न प्रशासन द्वारा सुध न लेने के आरोप लगाए।
जानकारी देते हुए धर्मपाल
मेहता,जगन्नाथ,भोलाराम,त्रिलोकचंद,मोहनलाल,गमला राम आदि ने बताया कि पिछले 3 दिन पहले भारी बरसात होने से गांव की आबादी में स्थित तलाब पूरी तरह से पानी से भर गया। तलाब की क्षमता से ज्यादा पानी का जल भराव होने से पानी गांव की गलियों में से होता हुआ साथ लगते घरों में घुस गया। तालाब में केली की मात्रा अत्यधिक होने से गलियों के रास्ते पानी के साथ लोगों के घरों में बह कर आ गई। लोगों को अपने गंतव्य की तरफ जाने के लिए पानी के बीच में से होकर गुजरना पड़ रहा है। 3 दिन के अंतराल के बाद गलियों में बिखरा हुआ पानी पूरी तरह से दुर्गंध युक्त हो गया है। जिससे बीमारियां फैलने का भय बना हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि तालाब की एक बार भी मनरेगा के द्वारा खुदाई नहीं करवाई गई है। जिसका परिणाम आज ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। गौरतलब है कि गांव के स्कूल को जाने वाले बच्चे भी इसी रास्ते से होकर गुजरते है। स्थिति ऐसी भयावह बनी हुई है कि बच्चे इसी तालाब के पानी में से होकर स्कूल पहुंच रहे हैं। ग्रामीणों ने इस बारे में प्रशासन को फोन के माध्यम से अवगत करवाया,परंतु 3 दिन बीत जाने के बाद भी प्रशासन द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया। ग्रामीणों की सुध न लेने को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश पैदा हो गया। उन्हें प्रशासन से मांग की है कि शीघ्र ही जोहड़ के पानी को निकलवाया जाए वरना ग्रामीणों सख्त कदम उठाने को मजबूर होगें। जिसका जिम्मेवार संबंधित विभाग होगा।
बीडीपीओ रमेश कुमार ने बताया कि सुखेरा खेड़ा में तालाब में जलभराव की समस्या हुई है। तालाब की निकासी के पाइप बंद हो जाने से यह समस्या पैदा हुई है। शीघ्र पाइप को खुलवाकर तालाब को खाली करवा दिया जाएगा। ग्रामीणों को किसी भी प्रकार की जलभराव की स्थिति से नहीं निपटना पड़ेगा।
फोटो कैप्शन गांव की गलियों में भरा पानी एक स्थान से दूसरे स्थान की तरफ जाते हुए लोगों का दृश्य