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जंडवाला बिश्नोईयां कर पास राज केनाल के निर्माण में हो रही देरी के विरोध में ग्रामीणों ने दिया धरना


 गोरीवाला अनिल
   खंड डबवाली के गांव जंडवाला बिश्नोईयां के पास से गुजर रही राजस्थान कैनाल के पुल के निर्माण कार्य को लेकर पास के गांव के लोगों के लिए मुश्किलें पैदा कर रहा है। इसी को लेकर पास के गांव के लोगों ने नहर के पुल पर जाकर संकेतिक धरना दिया।


                  ग्रामींण सुभाष थापन,विष्णुदत,राकेश परिहार,पंच कमलेश,विजयपाल,सीताराम,शेषकरण,अमितसेन,गोपी राम,विनोद कुमार आदि ने बताया कि पिछले 40 दिनों से खंडित जंडवाला विश्नोइयां राजस्थान कैनाल का पुल का निर्माण कार्य राजस्थान सरकार द्वारा करवाया जा रहा है। जिसमें पुल के पांच हिस्सों में से दो हिस्सों को उखाड़ा गया है। पुल उखाडऩे के 40 दिन उपरांत भी पुल के निर्माण कार्य में कोई तेजी नहीं लाई गई,जबकि जंडवाला विश्नोइयां के साथ लगते गांव का आवागमन इसी पुल के रास्ते से होता है। बच्चे इसी नहर पुल के ऊपर से होकर गंगा गांव में पढऩे के लिए जाते हैं। जिस दिन से पुल का निर्माण कार्य शुरू किया गया है। उस दिन से लेकर बच्चों को लगभग 15 किलोमीटर का रास्ता तय कर विद्यालय में पहुंचना पड़ रहा है। वहीं कई बार बच्चे जान जोखिम में डालकर पुल की रेलिंग के ऊपर से होकर गुजरते हैं। नहर के पानी का बहाव काफी ज्यादा है ग्रामीण व बच्चे जान जोखिम में डालकर इस रेलिंग के ऊपर से एक दिशा से दूसरी दिशा में आते जाते रहते है। क्योंकि कुछ कदम से पुल पार होता है।

वहीं ग्रामीणों में आक्रोश है कि उनके खेत नहर के पुल के पार हैं जिस कारण उन्हें अपने खेतों में जाने के लिए 15 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ रहा है। उन्होंने जब इस बारे में संबंधित अधिकारी से बात कि तो उन्होंने बताया कि जिस आयरन सामग्री से पुल का निर्माण किया जाना था उस आयरन को जयपुर से मंगवाया गया है। जैसे ही सामग्री पहुंच जाएगी निर्माण कार्य को शुरू करवा दिया जाएगा। इसके लिए भी कम से कम महीने भर का समय लग सकता है।
 इससे यह प्रतीत होता है कि अभी ग्रामीणों को अपने खेतों बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए जान जोखिम में डालकर इसी रेलिंग होकर गुजरना पड़ेगा। वहीं नहर पुल पर संाकेतिक धरना देते हुए ग्रामीणों ने बताया कि अगर इस पुल का सप्ताह भर में कोई समाधान नहीं किया गया तो वह रोड जाम करेंगे। जिसका प्रशासन जिम्मेदार होगा।
फोटो कैप्शन: पुल की रेलिंग से गुजरते हुए ग्रामीण वह टूटे पुल पर धरना देते हुए ग्रामीण का दृश्य।