कृषि कानूनों को लेकर टिकरी बॉर्डर पर धरनारत किसानों को करीब 12 माह का समय गुजरने को है। किसानों द्वारा सरकार के साथ कई दौर की वार्ता के उपरांत भी सहमति न बन पाने के कारण किसानों द्वारा टिकरी बॉर्डर पर धरना दिया गया है। जिसमें हजारों की संख्या में किसान टिकरी बॉर्डर पर पहुंच रहे हैं।
इसी कड़ी में खंड डबवाली के गांव मट्टदादू के किसानों ने भी टिकरी बॉर्डर पर तंबू नंबर 253 लगा रखा है। जिसमें गांव के किसान सप्ताह भर शिफ्ट के अनुसार वहां पर जाते हैं। पिछले दिनों गांव से गए किसानों में धरनास्थल पर लगे तम्बू में इंफेक्शन की समस्या उत्पन्न हो गई । जिसमें 5 किसानों इन्फैक्टड हुए जिनमें किसान जगसीर सिंह सम्मिलित था। वहीं टिकरी बॉर्डर पर जगसीर सिंह को इंफेक्शन के दौरान पीजीआई रोहतक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इलाज के दौरान जगसीर सिंह की स्थिति में सुधार को देखते हुए स्व जन सिरसा के निजी अस्पताल में दाखिल करवाने के लिए रवाना हुए। जैसे ही रोहतक से कुछ किलोमीटर के उपरांत ही जगसीर सिंह ने दम तोड़ दिया। गमगीन माहौल में गांव मट्टदादू के रामबाग में भारी संख्या में किसान यूनियनों के पदाधिकारियों व किसानों ने दाह संस्कार में भाग लिया।
जानकारी देते हुए किसान एकता के प्रधान गुरतेज सिंह ने बताया कि किसान जगसीर सिंह पुत्र हरजवन्त सिंह 55 वर्ष पिछले 12 माह से तीन कृषि कानूनों को लेकर सक्रिय भूमिका दे रहा था। जिसकी अचानक टीकरी बार्डर पर तबीयत बिगड़ गई। जिसकी आज इन्फैशन होने के कारण मृत्यु हो गई। बता दें कि तीन कृषि कानूनों को लेकर खंड डबवाली से यह तीसरे किसान की मृत्यू हुई है। इससे पहले किसान कमलजीत सिंह निवासी हैबूआना व किसान रामगोपाल निवासी गंगा टीकरी बार्डर पर जान चुके हैं। फोटो कैप्शन - 01.अन्तिम दर्शन करते किसान यूनियन के पदाधिकारी
02. मृतक किसान जगसीर सिंह का फोटो