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मृत गाय को उठवाने के देने पड़ते हैं पैसे ,हड्डारोड़ी की जगह न होने के कारण आ रही है समस्या


मृत गाय को उठवाने के देने पड़ते हैं पैसे ,हड्डारोड़ी की जगह न होने के कारण आ रही है समस्या।

गोरीवाला।
 शिवनगर बस्ती मण्डी डबवाली में रविवार सुबह एक आवारा गाय मृत पाई गई। जिसकी सूचना गोशाला में दी गई। मृत गायों को उठवाने की एवज में पैसे की मांग के लिए आवाज उठाई।



 जानकारी देते हुए समाजसेवी मदन लाल ने बताया कि शिवनगर में आबादी इलाके में एक आवारा गाय मृत पड़ी हुई थी। जिसके बारे मे डबवाली की गोशाला में सम्पर्क किया। गौशाला के सदस्यों ने जवाब दिया कि मृत गाय को उठाने का कार्य हमारा नही है। मृत गायों को उठाने का ठेका राज कुमार को देख रखा है। जब राजकुमार से सम्पर्क किया तो उन्होंने दस बजे तक का समय दिया। उन्होंने मृत गायों को उठाने के पांच सौ रूपए लेने की बात कही। उन्होने बताया कि डबवाली में मृत गायों को दबाने के लिए कोई जगह नही है। हम उन्हें उठाकर यहाँ से रामा मण्डी पंजाब की हड्डारोड़ी में ले जाकर दबाते हैं। मृत पशुओं की हड्डियों को निकाल कर फैक्ट्री में बेच देते है फिर इनको कैमिकल और पाउडर डाल कर दबा दिया जाता है।
 राज ठेकेदार ने बताया अगर मंडी डबवाली में सरकार जगह दे तो हम किसी तरह से कोई पैसा नहीं लिया जायेगा। कई बार जगह न होने के कारण कभी कभार हनुमानगढ़ राजस्थान या फिर पंजाब के अबोहर में भी मृत मवेशियों को ले लाया जाता है। जोकि डबवाली से पचास से साठ किलोमीटर की दूरी पर है,हमे तेल का खर्चा लेना पड़ता है। प्रशासन की तरफ से मृत मवेशियों को उठाने के लिए कोई प्रबन्ध नही है। जो सूचना मिलने पर मृत गायों को उठा सके। आस पास के साथ लगते वार्डों में जो गाय मर जाती है,लोग सडक़ के किनारे छोड़ जाते है। सरकार से पिछले दस साल से मांग की जा रही है कि मृत गायों को दबाने के लिए जगह का प्रबंध किया जाए। गौशाला डबवाली ने मुख्यमंत्री को इस बारे में लिखित में मांग की जा चुकी है। काफी समय बीत जाने के उपरान्त भी प्रशासन की ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा। गोशाला कमेटी इस बारे में हर साल प्रशासन से जगह की मांग कर रहा है।
 फोटो कैप्शन- मृत गाय को उठाते का दृश्य।