गोरीवाला न्यूज़ नेटवर्क।
सुखेराखेड़ा के पास से गुजर रही राजस्थान कैनाल में विगत तीन दिन से राहगीरों ने मगरमच्छ को देखा। जिसकी पास लगते गांव में खबर फैलनें से काफी संख्या में ग्रामींण नहर की बुर्जी न.22 पर पहुंचे। जहां उन्होंने मगरमच्छ को पानी में तैरते हुए देखा। यह खबर आग की तरह पास के ढाणियों व गांव के लोगों में फैल गई। मगरमच्छ के दिखाई देने के उपरांत ग्रामीणों में अफरा तफरी मच गई। नहर की पटरी से गुजर रहे ग्रामीणों में भी दहशत का माहौल देखा गया।
जानकारी के अनुसार बीते 3 दिन से कई लोगों ने पानी में मगरमच्छ को देखा। इसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन को टीम भी दो दिन से मगरमच्छ को पकडऩे के लिए डेरा जमाए हुए है। दी। रेस्क्यू ऑपरेशन टीम द्वारा मगरमच्छ को पकडनें के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे है,परंतु अभी तक मगरमच्छ पकड़ से बाहर है। जैसे ही रेस्क्यू ऑपरेशन द्वारा उसे पकडऩे की कोशिश की जाती है तो वह मगरमच्छ पानी की गहराई में चला जाता है,जिसे पकड़ पाना काफी मुश्किल है। वहीं आसपास के लोगो में मगरमच्छ का भय साफ झलक रहा है।
क्योंकि पास लगते ग्रामीणों के खेत नहर के साथ लगते है,इसलिए लोगों में भय है कि कहीें रात के समय नहर किनारे मगरमच्छ के निकलने से कोई अनहोनी न हो जाए। बता दें कि दो दिन से नहर किनारे खेतों के लोग रात को मोटर चलाने से कतरा रहे हैं। क्योंके उन्हे भय है कि कहीं रात के अंधेरे में मगरमच्छ नहर के किनारे बाहर निकलकर उनके खेतों में न चला जाए। क्योंकि नहर किनारें मोटरों का पानी बहुत अधिक मात्रा में है। बहुत अधिक मात्रा में धान की रोपाई की गई है। जिससे जमींन पूरी तरह से दलदली है। उनका कहना है कि किसी भी जरिए से इस मगरमच्छ को पकड़ लिया जाए जिससे कि लोगों में पनपा हुआ भय का माहौल कम हो पाए।
फोटो कैप्शन- राजस्थान कैनाल में तैरता मगरमच्छ का दृश्य।
फोटो कैप्शन- राजस्थान कैनाल में तैरता मगरमच्छ का दृश्य।