कॉटन की फसल में सफेद मक्खी, उखेड़ा रोग व मौसम की मार पड़ी थी। जिसमें कॉटन उत्पादक 88 हजार 249 किसानों ने सवा लाख हेक्टेयर का बीमा करवाया था। जबकि जिला में कॉटन का रकबा 2 लाख 10 हजार हेक्टयर है। जिन किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत कॉटन का प्रीमियम जमा करवाया था।
संबंधित कंपनी ने जिला को 285 करोड़ 31 लाख रुपये बीमा क्लेम जारी कर दिया है। जिसका भुगतान किसानों के खातों में डाले जाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। पिछले सीजन जिले में 2 लाख 10 हजार हेक्टेयर कॉटन का रकबा था।