गोरीवाला
जहां इस बार बोर्ड की परीक्षाएं ओ एम आर शीट पर लेने की वजह से पूरे प्रदेश के बच्चे सकते में हैं। वहीं औढ़ा क्षेत्र के एक इंस्टीट्यूट के बच्चे हर महीने 2 बार वह ओ एम आर शीट पर प्रतियोगिता परीक्षा देते आ रहे हैं और इसी तर्ज पर सिर्फ स्कूल नहीं बल्कि पूरे प्रदेश व आसपास के प्रदेशों के बच्चों के लिए ग्लोबल टैलेंट सर्च एग्जामिनेशन के नाम से एक प्रतियोगिता परीक्षा इस संस्था के द्वारा रविवार को करवाई गई।
जिसमें विजेता बच्चों के लिए आकर्षक नगद इनाम, ट्रॉफी व सर्टिफिकेट दिया जाएगा। यहां परीक्षा किसी दाखिले के सिलसिले से नहीं बल्कि बच्चों के मन में प्रतियोगिता की भावना जगाने व ओ एम आर शीट पर एक नए अनुभव को सीखने के लिए करवाई गई थी।
पिछले वर्ष भी यह परीक्षा फरवरी महीने में हुई थी जिसमें गांव जंडवाला के एक साधारण से परिवार की छठी कक्षा की छात्रा मंगवीर कौर समस्त रूप से विजेता रही थी। जिसे 13000 रुपए की नगद राशि, ट्रॉफी व सर्टिफिकेट से संस्था ने सम्मानित किया था।
इस साल की परीक्षा में 327 बच्चे बैठे जिनमें एक अलग सी खुशी इस परीक्षा को देने के लिए दिखाई दे रही थी।
सरकार द्वारा बनाए गए कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए सभी बच्चों को थर्मल स्कैनिंग वह सैनिटाइजर करने के बाद परीक्षा केंद्र में बिठाया गया।
गौरतलब है कि सीनियर सेकेंडरी कक्षाओं के लिए क्षेत्र में साइंस को शुरू करने वाला यह सबसे पहला इंस्टिट्यूट है। जिसे की 2006 में ग्लोबल स्टडी पॉइंट के नाम से खोला गया था।तब से लेकर अब तक लगातार अपने अच्छे अध्यापकों की मेहनत व शानदार परीक्षा परिणामों की वजह से दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की कर रहा है।
2017 में पहली बार किसी संस्था ने क्षेत्र में कोटा पैट्रन पर आधारित फाउंडेशन कोर्स को शुरू किया था जिसमें के उन छात्रों को बहुत सुविधा हुई जो आईआई टी व एनआई टी के लिए कोटा व सिकर जाते थे। जिससे मां-बाप का होने वाला अपव्यय कम हो गया व बच्चे क्षेत्र में ही उचित दामों पर फाउंडेशन की पढ़ाई का फायदा उठाने लगे। संस्था के निदेशक ने बताया कि जल्द ही इस परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया जाएगा जिसे बच्चे संस्था की वेबसाइट पर चेक कर सकेंगे।
कोटा पैटर्न पर चल रही कक्षाएं
सन् 2017 से कोटा पैटर्न पर आधारित परीक्षाएं चल रही हैं। जिनमें छठी कक्षा से ही बच्चों को भौतिकी, रसायन व जीव विज्ञान के लिए पृथक - पृथक अध्यापक व पाठ्यक्रम उपलब्ध करवाया जाता है व छठी कक्षा से ही बच्चों के मन में डॉक्टर, इंजीनियर आदि बनने की भावना भरी जाती है।
इस वर्ष 11वीं कक्षा के लिए शुरू कर रहे हैं सीए फाउंडेशन व साईंस फाउंडेशन कोर्स
संस्था के निदेशक श्री गुलाब सिंह ने बताया कि इस सत्र से संस्था कक्षा ग्यारहवीं के छात्रों के लिए साइंस व सीए फाउंडेशन की कक्षाएं शुरू करने जा रही है। जिससे बच्चों को अपने लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सही मार्गदर्शन मिलेगा। वह छात्र परीक्षा में बार-बार अभ्यास की जगह एक बार में ही उत्तीर्ण होने में सक्षम होंगे।
निदेशक
गुलाब सिंह
ग्लोबल स्टडी प्वाइंट औढ़ा।
